Rajasthan Board RBSE Class 6 Science Chapter 9 पौधों के प्रकार एवं भाग
Rajasthan Board RBSE Class 6 Science Chapter 9 पौधों के प्रकार एवं भाग
पाठ्य-पुस्तक के प्रश्नोत्तर अभ्यास
सही विकल्प का चयन कीजिए
प्रश्न 1.
निम्नलिखित में से एक द्विवर्षीय पादप है
(अ) गेहूँ
(ब) चना
(स) प्याज
(द) चीड़
उत्तर:
(स) प्याज
प्रश्न 2.
आकार के आधार पर पौधे कितने प्रकार के होते हैं
(अ) तीन
(ब) चार
(स) दो
(द) छः
उत्तर:
(अ) तीन
प्रश्न 3.
निम्नलिखित में से जलीय पादप है
(अ) खेजड़ी
(ब) जलकुंभी
(स) बेर
(द) केर
उत्तर:
(ब) जलकुंभी
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
- आकार के आधार पर पौधों को…..और……में बाँट सकते हैं।
- पत्तियाँ……..के द्वारा श्वसन करती हैं।
- आरोही पौधे::..:”की सहायता से ऊपर की ओर बढ़ते हैं।
- जड़ें दो प्रकार की होती हैं (क)::…..:(ख)::…..।
उत्तर:
- छोटे, बड़े
- रन्ध्रों
- सहारे
- मूसला, रेशेदार।
लघु उत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
प्रकाश संश्लेषण किसे कहते हैं ?
उत्तर:
प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis): हरे पौधों की पत्तियों द्वारा कार्बन डाईऑक्साइड, जल, प्रकाश व पर्णहरित की उपस्थिति में खाद्य पदार्थों के निर्माण की प्रक्रिया प्रकाश संश्लेषण कहलाती है।
प्रश्न 2.
आयु के आधार पर पौधों को कितने भागों में बाँटा जा सकता है ? नाम लिखिए।
उत्तर:
आयु के आधार पर पौधों को तीन भागों में बाँटा जा सकता है
- एक वर्षीय पौधे
- द्विवर्षीय पौधे
- बहुवर्षीय पौधे
प्रश्न 3.
शाक के तने व झाड़ी के तने में क्या अन्तर है?
उत्तर:
शाक के तने छोटे, कमजोर तथा शाकीय होते हैं। इसके विपरीत झाड़ी के तने अपेक्षाकृत बड़े, कठोर तथा काष्ठीय होते हैं।
दीर्घ उत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
पौधों को आकार के आधार पर कितने भागों में बाँटा जा सकता है ?
उत्तर:
पौधों को आकार के आधार पर तीन भागों में बाँटा जा सकता है
- शाक (Herbs): ये कम ऊँचाई के पौधे हैं। इन पौधों की ऊँचाई बहुत कम (एक मीटर से कम) होती है। इनके तने का रंग भी हरा होता है। इनके तने अत्यन्त कोमल होते हैं। और इन्हें आसानी से मोड़ा जा सकता है। जैसे-गेहूँ, चावल, तुलसी, मिर्च, टमाटर आदि।
- क्षुप या झाड़ी (Shrubs): ये छोटे व मध्यम आकार के काष्ठीय पौधे हैं जिनकी ऊँचाई लगभग 6 मीटर से कम होती है। इनके तने को रंग सामान्यत: भूरा होता है। इसमें मुख्य तने के निचले भाग से कई शाखाएँ निकलती हैं। इनका तना प्रायः कठोर होता है; जैसे-मेंहदी, गुलाब, बेर, केर आदि।
- वृक्ष (Tree): ये पौधे बहुत लम्बे एवं कठोर तने वाले एवं छाल युक्त होते हैं। इनके तने से कई शाखाएँ सामान्यतया ऊपरी हिस्सों से निकलती हैं। जैसे-आम, नीम, बरगद, पीपल आदि।
प्रश्न 2.
जलीय आवासों में पाए जाने वाले पादपों की विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
जलीय आवासों में पाए जाने वाले पादपों में निम्नलिखित विशेषताएँ होती हैं
- इन पौधों के तने-कमजोर और मुलायम होते हैं।
- इन पौधों में जड़े अल्प विकसित होती हैं।
- तने में उत्प्लावकता बनाए रखने के लिए वायुकोष पाए जाते है। जो इन्हें जल में तैरने में मदद करते हैं।
- इन पौधों की पत्तियाँ कटी-फटी एवं रिबन के समान होती हैं।
- इन पौधों के ऊपर एक विशेष प्रकार का श्लेष्मिक आवरण होता है जो इन पौधों को पानी में गलने से बचाता है।
प्रश्न 3.
पत्ती का नामांकित चित्र बनाइए।
उत्तर:
क्रियात्मक कार्य
प्रश्न 1.
आपने प्रकृति में पाए जाने वाले पौधों का विभिन्न आधारों पर वर्गीकरण का अध्ययन किया। इन वर्गीकरणों के आधार पर विभिन्न पौधों की एक स्क्रेप बुक तैयार कीजिए।
कार्य:
छात्र स्वयं करें।
प्रश्न 2.
निम्न पौधे में उसके विभिन्न भागों का नामांकन कीजिए।
कार्य:
पाठगत प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
आपने घर या विद्यालय के समीप किसी बगीचे का भ्रमण किया होगा। वहाँ आपने किस प्रकार के पौधे देखे ? क्या सभी पौधे बहुत बड़े थे ? क्या सभी पौधे अत्यन्त छोटे थे? क्या कुछ पौधे आपकी लम्बाई के बराबर थे? (पृष्ठ 71)
उत्तर:
बगीचे में विभिन्न प्रकार के पौधे देखे। कुछ पौधे बहुत छोटे, कुछ मध्यम तो कुछ बहुत बड़े थे।
प्रश्न 2.
बगीचे में उपस्थित इन पौधों का अवलोकन कर शिक्षक की सहायता से निम्नलिखित सारणी को भरने का प्रयास कीजिए। (पृष्ठ 71)
उत्तर:
सारणी 9.1: बगीचे में उपस्थित विभिन्न प्रकार के पौधे
क्र. सं. | पौधों के प्रकार | पौधों का नाम |
1. | घास के समान अत्यन्त छोटे पौधे | दूब घास, धनियाँ |
2. | मध्यम आकार के पौधे | नीबू, अमरूद |
3. | झाड़ीनुमा आकार के पौधे | मेंहदी, गुड़हल |
4. | काँटे युक्त पौधे | बबूल, बेर |
5. | फूल वाले पौधे | सरसों, गेंदा |
6. | फल लगे हुए पौधे | पपीता, आम |
7. | जल में उगने वाले पौधे | हाइड्रिला, कमल |
8. | लम्बी पत्तियों वाले पौधे | गेहूँ, बाजरा |
9. | सब्जी में उपयोगी पौधे | बैंगन, आलू |
10. | छायादार वृक्ष | बरगद, पीपल |
11. | सहारे से लिपटकर चढ़ने वाले पौधे | सेम, कद्दू |
12. | दीवार के सहारे चढ़ने वाले पौधे | मनीप्लांट, गिलोय |
13. | दीवार पर उगे हुए छोटे-छोटे पौधे | फर्न, घास |
प्रश्न 3.
क्या आप जानते हैं कि दुनिया का सबसे छोटा पुष्पीय पौधा एवं दुनिया का सबसे बड़ा पेड़ कौन-सा है ? (पृष्ठ 72)
उत्तर:
सबसे छोटा पुष्पीय पौधा वुल्फिया है। मोटाई में सबसे बड़ा पेड़ जर्मन शेरमन है, जिसका वैज्ञानिक नाम सिकोया डेन्ड्रोन गिगेन्टियम है। लम्बाई में सबसे लम्बा पेड़ यूकेलिप्टस है जिसे सफेदा के नाम से जाना जाता है।
प्रश्न 4.
क्या सभी पौधों की उम्र एक समान होती है ? क्या कुछ पौधे अल्प-जीवी एवं कुछ दीर्घ-जीवी होते हैं ? (पृष्ठ 73)
उत्तर:
सभी पौधों की उम्र समान नहीं होती है। कुछ पौधे 46 महीने तक ही जीवित रहते हैं, कुछ पौधे 1-2 वर्ष जीवित रहते हैं तथा कुछ पेड़ कई वर्ष तक जीवित रहते हैं।
प्रश्न 5.
अपने घर या विद्यालय के आस-पास किसी खेत में कार्य कर रहे किसान से निम्न बिन्दुओं पर चर्चा कीजिए। (पृष्ठ 73)
- खेत में वर्तमान में कौन-सी फसल उगाई गई है ?
- इस फसल को कब बोया जाता है ?
- इस फसल से खाद्यान्न या फल कब प्राप्त किए जाते हैं ?
- इस फसल को बोने से लेकर काटने तक कितना समय लगता है ?
- एक वर्ष में पकने वाली फसलें कौन-कौनसी हैं ?
- किन पौधों की उम्र दो वर्ष की होती है ?
- किन पौधों या पेड़ों की उम्र कई वर्षों की होती है ?
उत्तर:
- वर्तमान में गेहूं की फसल उगाई गई है।
- इस फसल को नवम्बर-दिसम्बर में बोया जाता है।
- इस फसल से खाद्यान्न अप्रैल-मई में प्राप्त किए जाते हैं।
- इस फसल को बोने से लेकर काटने तक 5-6 महीने लगते हैं।
- एक वर्ष में पकने वाली फसलें ज्वार, सरसों, बाजरा, मक्का आदि हैं।
- गाजर, गन्ना, पत्तागोभी, प्याज आदि की उम्र दो वर्ष होती है।
- नीम, आम, जामुन, बबूल, बरगद, पीपल आदि की उम्र कई वर्षों की होती है।
प्रश्न 6.
आपने अपने घर के आस-पास या बगीचे में भ्रमण करते समय ऐसा कोई पौधा देखा है, जिसका तना अत्यन्त कोमल होता है। ऐसे पौधों का तना क्या इतना मजबूत होता है कि वह स्वयं मजबूती से खड़ा रह सके ? क्या ऐसे पौधों को किसी सहारे की आवश्यकता होती है ? (पृष्ठ74)
उत्तर:
सेम के पौधे का तना अत्यन्त कोमल होता है। यह अपने आप ऊपर नहीं चढ़ सकता इसको किसी सहारे की आवश्यकता होती है जैसे कोई दूसरा पेड़, दीवार या लटकी हुई रस्सी ।
प्रश्न 7.
क्या आपके मन में कभी पौधों के आवास स्थल के बारे में जानने की जिज्ञासा हुई ? (पृष्ठ75)
उत्तर:
हाँ, पौधों के अनेक आवास होते हैं जैसे-लवणीय जल, शुद्ध जल, सामान्य स्थल, शुष्क स्थल, दलदली भूमि आदि ।
प्रश्न 8.
शिक्षक की सहायता से बगीचे एवं गमलों में लगे ऐसे पौधों की सूची बनाइए जिसमें पुष्पी एवं अपुष्पी पौधे पाए जाते हैं जिन्हें सजावट के लिए गमलों या लॉन में उगाया जाता है। (पृष्ठ76)
उत्तर:
सारणी 9.2: बगीचे में उपस्थित विभिन्न प्रकार
के पुष्पी एवं अपुष्पी पौधे क्र.सं. पुष्पी पौधों के नाम | अपुष्पी पौधों के नाम गुलाब
फर्न गुड़हल
मॉस गुलमोहर
साइकस टिकोमा
चीड़ गुलदाउदी
मोरपंखी चाँदनी
क्यूप्रेसस चमेली
स्थूस
प्रश्न 9.
पौधे के प्रमुख भाग जड़, तना, पत्ती एवं पुष्प हैं। पौधे के इन भागों के विशेष कार्य क्या हैं ? (पृष्ठ 77)
उत्तर:
- जड़े पौधे को जमीन में साधती हैं और जल एवं खनिज लवण अवशोषित करती हैं।
- तना जड़ से इन्हें ग्रहण कर अन्य भागों में पहुँचाता है व पत्तियाँ, शाखाएँ व पुष्प धारण करता है।
- पत्तियाँ प्रकाश संश्लेषण द्वारा भोजन बनाती हैं।
- पुष्प जनन अंग हैं जो फल व बीज का निर्माण करते हैं।
प्रश्न 10.
पौधे का वह भाग जो जमीन के नीचे रहता है, क्या कहलाता है ? (पृष्ठ 77)
उत्तर:
जड़।
प्रश्न 11.
जमीन के ऊपर पौधे के कौन-कौन से भाग पाए जाते हैं ? (पृष्ठ 77)
उत्तर:
तना, शाखाएँ, पत्तियाँ, पुष्प एवं फल।
प्रश्न 12.
पौधे का वह भाग कौन-सा है जिसमें मुख्य रूप से गैसों का आदान-प्रदान होता है ? (पृष्ठ 77)
उत्तर:
पत्तियाँ।
प्रश्न 13.
क्या सभी पौधों में जड़े एक समान होती हैं, क्या बड़े पौधों (वृक्षों) को जड़ सहित उखाड़ पाना सम्भव है ? (पृष्ठ 78)
उत्तर:
नहीं, सभी पौधों की जड़े एक समान नहीं होती हैं। बड़े पौधों (वृक्षों) को जड़ सहित उखाड़ पाना बहुत कठिन है।
प्रश्न 14.
क्या रेगिस्तानी पौधों की मूल एवं सम वातावरण के पौधों की मूल की संरचना समान होती है ? (पृष्ठ 78)
उत्तर:
ऐसी जड़ों में कुछ समानताएँ तथा कुछ भिन्नताएँ | होती हैं।
प्रश्न 15.
क्या आप किसी ऐसी जड़ का नाम बता सकते हैं जिसकी सब्जी बनाकर अथवा कच्चा भी खाया जा सकता है ? (पृष्ठ79)
उत्तर:
हाँ, ऐसी जड़ गाजर एवं मूली है।
प्रश्न 16.
जड़ों के समान ही क्या तनों में भी भोजन संग्रहण होता है ? तने की पौधे के विकास में क्या महत्वपूर्ण भूमिका (पृष्ठ80)
उत्तर:
हाँ, तनों में भी भोजन संचित होता है जैसे-आलू, गन्ना। अनेक पौधों के तनों से कायिक प्रजनन होता है। जिससे इन पौधों का अस्तित्व बना रहता है।
प्रश्न 17.
क्या सभी पौधों की पत्तियाँएकसमान होती हैं? क्या आकार एवंआकृति में उनमें समानता होती है? (पृष्ठ 80)
उत्तर:
नहीं, सभी पौधों की पत्तियाँ भिन्न-भिन्न आकार एवं आकृति प्रदर्शित करती हैं।
प्रश्न 18.
क्या पत्तियाँ प्रकाश संश्लेषण एवं श्वसन क्रिया के अलावा और भी कोई कार्य करती हैं ? (पृष्ठ 81)
उत्तर:
हाँ, पत्तियाँ वाष्पोत्सर्जन क्रिया भी करती हैं।
अन्य महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
सही विकल्प का चयन कीजिए
निम्नलिखित प्रश्नों में सही विकल्प का चयन कीजिए
प्रश्न 1.
निम्नलिखित में से कौन-सा शाकीय पौधा नहीं है–
(अ) गेहूँ
(ब) मक्का
(स) गुलाब
(द) टमाटर
उत्तर:
(स) गुलाब
प्रश्न 2.
निम्नलिखित में से क्षुप पौधा नहीं है
(अ) मेंहदी
(ब) बेर
(स) केर
(द) अमरूद
उत्तर:
(द) अमरूद
प्रश्न 3.
निम्नलिखित में से किसमें प्रतान पाए जाते हैं ?
(अ) मटर
(ब) ककड़ी
(स) तुरई
(द) ये सभी
उत्तर:
(द) ये सभी
प्रश्न 4.
जलीय पौधा है
(अ) हाइडिला
(ब) आक
(स) बाँस
(द) तुलसी
उत्तर:
(अ) हाइडिला
प्रश्न 5.
रेशेदार जड़ें पायी जाती हैं
(अ) मक्का में
(ब) गेहूँ में
(स) प्याज में
(द) इन सभी में
उत्तर:
(द) इन सभी में
रिक्त स्थान
निम्नलिखित वाक्यों में रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
- दवा के रूप में कई बीमारियों में प्रयुक्त होने वाली हल्दी ………ही है।
- बहुवर्षीय पौधे सामान्यतया बड़े एवं……..वृक्ष हैं।
- पानी में पाए जाने वाले पौधों को……….कहते हैं।
- ऐसे पौधे जिनमें पुष्प नहीं पाए जाते………पादप कहलाते हैं।
उत्तर:
- शाक
- छायादार
- जलोभिद्
- अपुष्पी
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
शाकीय पौधों की विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर:
शाकीय पौधों का तना कमजोर, कोमल तथा हरा होता है। ये अल्पायु होते हैं।
प्रश्न 2.
क्षुपों की लम्बाई लगभग कितनी होती है ?
उत्तर:
लगभग 6 मीटर से कम।
प्रश्न 3.
दो छायादार वृक्षों के नाम लिखिए।
उत्तर:
- बरगद
- पीपल
प्रश्न 4.
दो वल्लरी पौधों के नाम लिखिए।
उत्तर:
- तरबूज
- कद्दू
प्रश्न 5.
पीलवान नामक पौधे में सहारा प्रदान करने वाली संरचना का नाम लिखिए।
उत्तर:
प्रतान (Tendril)
प्रश्न 6.
दो अपुष्पीय पौधों के नाम लिखिए।
उत्तर:
- मॉस
- फर्न
प्रश्न 7.
जड़ों के दो प्रकार कौन-कौन से होते हैं ?
उत्तर:
- मूसला जड़
- रेशेदार जड़
प्रश्न 8.
किन्हीं ऐसे दो पौधों के नाम लिखिए जो जड़ों में भोजन संग्रहण करते हैं ?
उत्तर:
- गाजर
- मूली
लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
खरपतवार क्या होते हैं ? ये क्यों हानिकारक हैं ?
उत्तर:
खेतों, बगीचों आदि में मुख्य फसलों या पौधों के साथ-साथ कुछ अनचाहे पौधे स्वत: उग आते हैं, ऐसे पौधे खरपतवार कहलाते हैं। ये मुख्य पौधे या फसल की वृद्धि के लिए हानिकारक होते हैं क्योंकि ये पोषण, श्वसन, प्रकाश आदि के लिए मुख्य पौधे के साथ प्रतिस्पर्धा कर उसे नुकसान पहुँचाते हैं।
प्रश्न 2.
आरोही और वल्लरी पौधों के तीन-तीन उदाहरण लिखिए।
उत्तर:
आरोही पौधे | मटर | मनीप्लांट | ककड़ी |
वल्लरी पौधे | खरबूजा | तरबूज | कद्दू |
प्रश्न 3.
जलीय पौधे क्या होते हैं ? उदाहरण सहित इनके प्रकार लिखिए।
उत्तर:
जलीय पौधे (Aquatic Plants)—ऐसे पौधे जो जलीय आवासों जैसे-नदी, तालाब, झील, समुद्र आदि में पाये जाते हैं, जलीय पौधे कहलाते हैं। इन्हें जलोभिद् भी कहा जाता है। जैसे-कमल, सिंघाड़ा, जलकुंभी। ये तीन प्रकार के होते हैं
- सतह पर तैरने वाले पौधे जैसे—जलकुंभी।
- जल निमग्न या डूबे हुए पौधे जैसे—हाइड्रिला।
- उभयचारी पौधे जैसे—वेलिसनेरिया।
प्रश्न 4.
स्थलीय पौधे क्या होते हैं ? उदाहरण सहित इनके प्रकार लिखिए।
उत्तर:
स्थलीय पौधे (Terrestrial Plants): जमीन पर पाए जाने वाले पेड़-पौधों को स्थलीय पौधे कहते हैं। भिन्न-भिन्न आवासों में पाए जाने वाले स्थलीय पौधों को निम्नलिखित वर्गों में वर्गीकृत किया जा सकता है
- समोभिद् (Mesophytes) जैसे-नीम, आम।
- शीत आवासीय (Cryophytes) जैसे-सोल्डेनेला, लाइकेन ।
- शुष्क आवासीय (Xerophytes) जैसे-खेजड़ी, डंडाथारे, नागफनी।
प्रश्न 5.
पुष्पीय और अपुष्पीय पादप क्या होते हैं ? उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
पुष्पीय पौधे (Flowering Plants): ऐसे पेड़ पौधे जिनमें पुष्प पाए जाते हैं, पुष्पीय पौधे कहलाते हैं। जैसे-गुलाब, गुड़हल, गुलमोहर आदि।
अपुष्पीय पौधे (Non-Flowering Plants): ऐसे पौधे जिनमें पुष्प नहीं पाए जाते हैं, अपुष्पीय पौधे कहलाते हैं। जैसे-मांस, फर्न, मोरपंखी आदि।
प्रश्न 6.
विशिष्ट कार्यों के लिए जड़ों के चार रूपान्तरणों की सूची बनाइए।
उत्तर:
विशिष्ट कार्यों के लिए जड़ों के रूपान्तरण
1. खाद्य संग्रहण हेतु | गाजर, मूली, शकरकंद |
2. आरोहण हेतु | मनीप्लांट |
3. जनन हेतु | डाहेलिया |
4. सहारा प्रदान करने हेतु | गन्ना, बरगद |
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
आयु के आधार पर पेड़-पौधों का वर्गीकरण उदाहरण सहित कीजिए।
उत्तर:
आयु के आधार पर पौधों को मुख्य रूप से तीन भागों में बाँटा जाता है
- एक वर्षी पौधे (Annual Plants): ऐसे पौधे जिनका जीवन काल एक वर्ष अथवा एक ऋतु का होता है उन्हें वार्षिक पौधे कहते हैं। जैसे-मक्का, ज्वार, बाजरा, सरसों आदि।
- द्विवर्षी पौधे (Biennial Plants): वे पौधे जिनका जीवन काल सामान्यतया 2 वर्ष का होता है, द्विवर्षी पौधे कहलाते हैं। जैसे-प्याज, पत्ता गोभी, गाजर आदि।
- बहुवर्षी पौधे (Perennial Plants): वे पौधे जो दो वर्षों से अधिक जीवित रहते हैं, इनमें काष्ठ का निर्माण होता है। ये पौधे सामान्यतया ग्रीष्म एवं बसन्त की ऋतु में पुष्पित होते हैं। बहुवर्षीय पौधे सामान्यतया बड़े एवं छायादार वृक्ष हैं। जैसे-नीम, चीड़, बरगद आदि।
प्रश्न 2.
आरोहण के आधार पर पौधों के प्रकार बताइए।
उत्तर:
आरोहण के आधार पर पौधे दो प्रकार के होते हैं
- आरोही पौधे (Climber): ये वे पौधे हैं जिनमें पौधे को ऊपर चढ़ने के लिए सहारे की आवश्यकता होती है। कुछ पौधों में धागेनुमा संरचनाएँ पायी जाती हैं, इन संरचनाओं को प्रतान (Tendril) कहते हैं। प्रतान, पर्ण वृन्त, पत्ती या तने का रूपान्तरण है। मटर, ककड़ी, करेला, तुरई आदि आरोही पौधे हैं।
- वल्लरी पौधे (Creeper): ऐसे पौधे जिनका तना अत्यन्त कोमल होता है। ये सीधे खड़े नहीं रह सकते हैं। जमीन पर ही रेंगकर क्षैतिज दिशा में वृद्धि करते हैं एवं काफी जगहघेरते हैं। इनमें आरोही पौधों के समान प्रतान नहीं पाए जाते हैं। उदाहरण दूब घास, पोदीना आदि।
प्रश्न 3.
मूसल एवं रेशेदार जड़ों को उदाहरण सहित परिभाषित कीजिए। इनके चित्र भी बनाइए।
उत्तर:
मूसला मूल (Tap root): वे जड़े हैं जिसमें एक मुख्य जड़ होती है और इससे पार्श्व में दूसरी जड़े निकलती हैं, इन्हें मूसला मूल कहते हैं; उदाहरण-आम, नीम आदि।
रेशेदार मूल (Fibrous , root): इनमें कोई एक मुख्य जड़ नहीं होती . सभी जड़े एकसमान दिखाई देती हैं एवं एक गुच्छ के रूप में होती हैं। इन्हें रेशेदार मूल अथवा झकड़ा जड़ भी कहते हैं; उदाहरण-मक्का, गेहूँ, प्याज, गन्ना आदि।
प्रश्न 4.
तने के विभिन्न कार्य लिखिए।
उत्तर:
तने के कार्य
- तने, जड़ों द्वारा अवशोषित जल एवं खनिज लवणों तथा पत्तियों में बनाए गए भोजन का संवहन करते हैं।
- ये पत्तियाँ, फूल, शाखाएँ, फल आदि धारण करते हैं।
- पत्तियों में निर्मित भोज्य पदार्थों का संचयन करते हैं।
- हरे तनों में उपस्थित क्लोरोफिल द्वारा प्रकाश संश्लेषण की क्रिया होती है जिससे भोजन निर्माण होता है। जैसे—शतावरी।
- मरुस्थलीय पौधों में जल संग्रह कर उसे अनुकूलित करते हैं। जैसे—थूर।
- कायिक जनन में भाग लेते हैं। जैसे—गुलाब, चमेली।
- सहारा प्रदान करते हैं (प्रतान) जैसे—पीलवान।
प्रश्न 5.
पत्ती के प्रमुख कार्यों का विवरण दीजिए।
उत्तर:
पत्ती के कार्य ।
- पत्तियाँ प्रकाश की उपस्थिति में कार्बन डाईऑक्साइड एवं जल द्वारा पर्णहरित की सहायता से भोजन निर्माण करती हैं। इस क्रिया में ऑक्सीजन सह उत्पाद के रूप में मुक्त होती है। पत्तियों द्वारा संश्लेषित भोजन अन्ततः मंड (Starch) के रूप में संचित हो जाता है।
- पत्तियों पर उपस्थित रन्ध्र गैसीय विनिमय एवं वाष्पोत्सर्जन में भाग लेते हैं।
- कुछ पत्तियाँ भोजन का संग्रह भी करती हैं जैसे प्याज, एलोई।
- पत्तियाँ पौधों के अपशिष्ट पदार्थों के निष्कासन में भी सहायक है।
प्रश्न 6.
प्रोफेसर शिप्रा गुहा मुखर्जी का संक्षिप्त परिचय दीजिए।
उत्तर:
प्रोफेसर शिप्रा गुहा मुखर्ज: इनका जन्म 13 जुलाई, 1938 को कलकत्ता में हुआ था। इन्होंने स्नातक एवं स्नातकोत्तर (आनर्स) की उपाधियाँ दिल्ली विश्वविद्यालय से प्राप्त की। “एलियम सीपा के फूलों को ऊतक संवर्धन विषय पर प्रो. एस. सी. माहेश्वरी के मार्गदर्शन में पीएच. डी. की उपाधि प्राप्त की। इन्होंने धतुरा इनोक्सीया के फूलों के पुंकेसर का कल्चर करके अगुणित पादप उत्पादन करने की तकनीक का आविष्कार प्रो. एस.सी. माहेश्वरी के मार्गदर्शन में किया। इस तकनीक का उपयोग कृषि क्षेत्र के फसली पादपों की उन्नत किस्में तैयार करने में किया जाता है। इनकी मृत्यु 15 सितम्बर, 2007 को ब्रेन कैंसर से हुई।