Rajasthan Board RBSE Class 6 Hindi व्याकरण शब्द कोश-क्रम
Rajasthan Board RBSE Class 6 Hindi व्याकरण शब्द कोश-क्रम
शब्द-कोश क्रम में शब्द लिखना तथा देखना
शब्द-कोश—अन्य भाषाओं की तरह हिंदी का भी अपना शब्दकोश है। शब्दों का संग्रह होने के कारण इसको ‘शब्द-कोश’ कहते हैं। शब्द-कोश में शब्दों का इस प्रकार संग्रह किया जाता है कि उनका एक निश्चित क्रम बना रहे जिससे कि किसी शब्द को कोश में तलाशते समय असुविधा न हो।
शब्द कोश का निर्माण
शब्द-कोश का निर्माण करते समय यह देखना होता है कि उसमें कितने शब्दों को रखा जाना है। हिंदी में असंख्य शब्द हैं। शब्द-कोश में जितने अधिक शब्द होंगे उसका कलेवर उतना ही अधिक विशाल होगा। अतः आवश्यकतानुसार ही शब्द-कोश में एक निश्चित संख्या में शब्द रखे जाते हैं।
शब्दों का क्रम
शब्द-कोश में शब्दों को एक निश्चित क्रम में रखा जाता है। शब्द-कोश में शब्दों को लिखने वाले को हिंदी वर्णमाला का गंभीर ज्ञान होना आवश्यक है। उसे शब्दों के उच्चारण तथा किसी शब्द में प्रयुक्त हुए वर्षों के क्रम का भी स्पष्ट ज्ञान होना चाहिए।
हिंदी वर्णमाला को क्रम
हिंदी वर्णमाला में वर्ण निम्नलिखित क्रम में होते हैं
(1) स्वर—अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ।
(2) व्यंजन स्पर्श—
क वर्ग–क, ख, ग, घ, ङ
च वर्ग-च, छ, ज, झ, अ
ट वर्ग ट, ठ, ड, ढ, ण
त वर्ग-त, थ, द, ध, न
प वर्ग-प, फ, ब, भ, म
(ब) अंतःस्थ—य, र, ल, व
(स) ऊष्म— श, ष, स, ह
संयुक्त व्यंजन— क्ष, त्र, ज्ञ, श्र
(3) अनुस्वार और अनुनासिक— अं, अँ
(4) विसर्ग—(:)
व्यंजन स्वरों की सहायता के बिना नहीं बोले जाते। उन पर स्वर की मात्रा लगाई जाती है। अत: स्वर के क्रम में उनका रूप इस प्रकार हो जाता है
(1) क्—क, का, कि, की, कु, कू, कृ, के, के, को, कौ, कं, कः।
शब्द-कोश में शब्दों को रखना
शब्दकोश में शब्दों को वर्णमाला के क्रम में ही रखा जाता—
- पहले स्वर शब्द अ, आ, इ, ई आदि से प्रारंभ होने वाले शब्द रखे जाते हैं। इनमें सबसे पहले अं और अँ(बिंदु और चंद्रबिंदु) तथा इसके बाद अ से प्रारंभ होने वाले शब्दों को रखा जाता है। जैसे—अंबुज, अचार।
- ‘अ’ के पश्चात् अन्य स्वरों से प्रारंभ होने वाले शब्द रखे जाते हैं। जैसे—अमर, आभार, ईश्वर।
- ‘आँ’ के पश्चात् व्यंजन शब्दों को शब्द कोश में रखा जाता है।
- व्यंजन शब्दों में पहले क वर्ग के वर्ण–क, ख, ग, घ को स्थान मिलता है। तत्पश्चात् च वर्ग, ट वर्ग, त वर्ग और प वर्ग के प्रथम चार वर्षों को स्थान मिलता है।
- स्पर्श व्यंजनों के पंचम वर्ण ङ, ञ, ण, न, म, अनुनासिक हैं। इनमें छु, ज तथा ण से शब्द प्रारंभ नहीं होते। न तथा म से शब्द प्रारंभ होते हैं। इनसे प्रारंभ होने वाले शब्दों को अपने वर्ग के चौथे वर्ण के बाद रखा जाता है।
- ‘क्ष’ को ‘क’ के साथ, ‘ज’ को ‘ज’ के साथ तथा ‘त्र’ को ‘त’ के साथ रखा जाता है। ज ‘को’ श के साथ रखते हैं।
- र की मात्रा वाले अक्षरों को उच्चारण के अनुसार रखा जाता है जैसे र्क, कृ, क्र। इनमें भी यदि बिंदु का प्रयोग है। तो वह वर्ण पहले आयेगा। जैसे – क्र।
- ‘र’ की मात्रा वाले वर्ण औ को मात्रा वाले वर्षों के बाद रखे जाते हैं।
- संयुक्ताक्षर क्ष, त्र, ज्ञ, श्रे, श्री औ की मात्रा के बाद शब्द-कोश में लिखे जाते हैं।
- शब्द के प्रथम वर्ण के पश्चात् द्वितीय वर्ण का क्रम भी पहले वर्ण के अनुसार ही रहता है।
उदाहरण—
- अंकुर, अमर, अक्षर, अ, अं को शब्द-कोश में लिखेंगे तो इनका क्रम होगा
अ, अं, अंकुर, अक्षर, अमर। - कंगन, कठोर, कबीर, कहार, कटार शब्दों के शब्द-कोश में रखने पर उनका क्रम होगा
कंगन, कटार, कठोर, कबीर, कहार। - कलश, पूर्व, टंकार, सरकार, शंकर, डलिया, तमाशा, भीषण, छंद शब्दों को शब्दकोश में रखने पर उनका क्रम इस प्रकार होगा।
कलश, छंद, टंकार, डलिया, तमाशा, पूर्व, भीषण, शंकर तथा सरकार।
शब्द-कोश में शब्द देखना
- शब्दकोश में शब्द देखते समय वर्गों के क्रम का ध्यान रखें। शब्द को वर्णमाला में वर्ण के क्रम के अनुसार ही देखना चाहिए।
- शब्द का पहला वर्ण देखें। शब्द-कोश में शब्द उसी वर्ण के शब्दों के साथ मिलेगा। जैसे–’राधेय’ शब्द का अर्थ जानना है। ‘राधेय’ शब्द का पहला वर्ण ‘र’ है। शब्द-कोश में यह शब्द ‘र’वर्ण के अक्षरों के साथ मिलेगा।
- ‘राधेय’ में र पर ‘आ’ की मात्रा है अतः जब ‘र’ से आरंभ होने वाले शब्द समाप्त हो जायेंगे तो ‘रा’ से आरंभ होने वाले शब्द प्रारंभ होंगे। ‘राधेय’ शब्द उनके साथ ही मिलेगा।
- शब्द कोश में प्रत्येक पृष्ठ में सबसे ऊपर कुछ शब्द लिखे होते हैं। जिस शब्द का अर्थ आप जानना चाहते हैं उस शब्द में तलाश करने के लिए पृष्ठ के ऊपर लिखे शब्दों को पढ़िये और अपने शब्द का क्रम देखिये।
- शब्दकोश को लेकर उसमें विभिन्न शब्दों को ढूंढने का अभ्यास कीजिये।
- शब्द-कोश में शब्द जिस क्रम से लिखे जाते हैं उसी क्रम से उन शब्दों को कोश में लिखने का क्रम ऊपर बताया जा चुका है।
- वर्णमाला के क्रम का ध्यान रखना आवश्यक है।
- शब्द-कोश के आरम्भ में दिये गये निर्देशों का भी ध्यान रखना चाहिए।
परीक्षोपयोगी महत्वपूर्ण प्रश्न बहुविकल्पात्मक
प्रश्न 1.
‘त्रिपाठी’ शब्द शब्द-कोश में मिलेगा—
(क) त के साथ
(ख) य के साथ
(ग) प के साथ
(घ) र के साथ
प्रश्न 2.
शब्द-कोश में सबसे पहले लिखा जायेगा—
(क) पाठक
(ख) ढक्क न
(ग) कमल
(घ) पीला।
प्रश्न 3.
‘क्ष’ से आरम्भ होने वाली शब्द लिखा जाता है
(क) ‘क’ के साथ
(ख) ‘प’ के साथ
(ग) ‘ह’ के बाद
(घ) ‘व’ के बाद।
उत्तर:
1. (क)
2. (ग)
3. (क)
अति लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
शब्द-कोश किसे कहते हैं?
उत्तर:
शब्दों के संग्रह को शब्द-कोश कहते हैं।
प्रश्न 2.
शब्द-कोश की क्या उपयोगिता है?
उत्तर:
शब्द-कोश में शब्द को देखकर उसके विभिन्न अर्थ, व्युत्पत्ति तथा उससे संबंधित अन्य बातें जानी जा सकती हैं।
प्रश्न 3.
शब्द-कोश में कितने शब्द होते हैं?
उत्तर:
शब्द-कोश में सभी शब्द नहीं होते। कोशकार आवश्यकता तथा स्थान और उपयोगिता की दृष्टि से कोश में शब्दों की संख्या निश्चित करता है।
प्रश्न 4.
शब्द-कोश में शब्दों को किस प्रकार देखा जाता हैं?
उत्तर:
शब्दकोश में शब्दों को वर्षों के क्रम में देखा जाता है। जैसे—क से प्रारंभ होने वाले शब्द पहले तथा य से प्रारंभ होने वाले शब्द बाद में मिलेंगे।
प्रश्न 5.
पत्थर, कछुआ, टट्टर, वीर, जामाता, अनार, अंगूर, आप, औरत शब्दों को शब्द-कोश में किस क्रम में लिखा जायेगा?
उत्तर:
शब्द-कोश में इन शब्दों का क्रम इस प्रकार होगाअंगूर, अनार, आम, औरत, कछुआ, जामाता, टट्टर, वीर और पत्थर।
प्रश्न 6.
निम्न शब्दों का शब्द-कोश में क्रम बताओ। तानसेन, तमाशा, तंतु, तीतर, तोमर, तुरुप, तृष्णा।
उत्तर:
तंतु, तमाशा, तानसेन, तीतर, तुरुप, तृष्णा, तोमर।