Rajasthan Board RBSE Class 7 Hindi रचना पत्र-लेखन
Rajasthan Board RBSE Class 7 Hindi रचना पत्र-लेखन
मुख्य रूप से पत्र दो प्रकार के होते हैं –
1. औपचारिक – प्रार्थना-पत्र, शिकायती-पत्र आदि।
2. अनौपचारिक – पारिवारिक-पत्र, बधाई-पत्र आदि।
औपचारिक पत्र :प्रार्थना-पत्र व शिकायती पत्र
(1) अवकाश हेतु प्रार्थना-पत्र
सेवा में,
श्रीमान् प्रधानाध्यापक महोदय,
आदर्श विद्या मंदिर।
अलवर
मान्यवर महोदय,
सादर निवेदन है कि प्रार्थी अस्वस्थ होने के कारण आज दिनांक 20-2-20…… को विद्यालय आने में असमर्थ है। अतः श्रीमान् जी से अनुरोध है कि प्रार्थी को दिनांक 20-2-20…… का अवकाश प्रदान करने की कृपा करें। प्रार्थी आपका सदैव आभारी रहेगा।
आपका आज्ञाकारी शिष्य
राकेश गर्ग
कक्षा 7 ‘अ’
दिनांक : 20-2 20……
(2) क्रिकेट खेलने की अनुमति हेतु प्रार्थना-पत्र सेवा में,
प्रधानाध्यापक महोदय,
रा. सी. सै. स्कूल
सुजानगढ़।
मान्यवर महोदय,
मैं आपके विद्यालय की कक्षा 7 ‘ब’ का छात्र हैं तथा ‘प्रताप सदन’ की क्रिकेट टीम का कप्तान भी हैं। हमारी क्रिकेट टीम ‘शिवाजी सदन’ की क्रिकेट टीम के साथ एक मैत्री मैच खेलना चाहती है।
अतः श्रीमान् जी से विनम्र अनुरोध है कि अगले रविवार को विद्यालय के मैदान में क्रिकेट का मैत्री मैच खेलने की अनुमति प्रदान करने की कृपा करें। आपकी अति कृपा होगी।
आपका आज्ञाकारी शिष्य
आदर्श गुहा
कक्षा 7 ‘ब’
दिनांक : 25-1-20……
(3) स्थानांतरण प्रमाण-पत्र (टी.सी.) लेने के लिए प्रार्थना-पत्र सेवा में,
श्रीमान् प्रधानाध्यापक महोदय,
राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय
भरतपुर
विषय – स्थानांतरण प्रमाण-पत्र (टी.सी.) के संबंध में। मान्यवर महोदय, विनम्र निवेदन है कि मेरे पिताजी न्याय विभाग में कर्मचारी हैं। उनका स्थानांतरण भरतपुर से जयपुर हो गया है। मुझे भी अपने पिताजी के साथ जयपुर जाना है। अत: श्रीमान् जी से अनुरोध है कि मुझे विद्यालय से स्थानांतरण प्रमाण-पत्र दिलवाने की कृपा करें ताकि मैं जयपुर के राजकीय माध्यमिक विद्यालय में प्रवेश लेकर अपना अध्ययन जारी रख सकें। आपका सदैव आभारी रहूँगा।
आपका आज्ञाकारी शिष्य
राज बहादुर
कक्षा 7 ‘स’
दिनांक : 17 जुलाई, 20…..
(4) अपने नगर की नालियों की सफाई हेतु नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी को शिकायती पत्र लिखिए।
सेवा में,
श्रीमान् स्वास्थ्य अधिकारी,
जयपुर नगर निगम, जयपुर
महोदय,
विनम्र निवेदन है कि सुभाष नगर की गली नं. 15 में नालियों की सफाई के लिए जिस कर्मचारी को आपने नियुक्त किया है, वह प्रतिदिन नालियों की सफाई न करके सप्ताह में एक दिन सफाई करने आता है। इससे नालियों की कीचड़ एवं गंदगी सड़क पर आ जाती है। गंदगी फैलने से कभी भी बीमारी फैल सकती है। आपसे अनुरोध है कि इस सफाई कर्मचारी को बदलकर किसी अन्य जिम्मेदार कर्मचारी को लगाने की कृपा करें। हम आपके आभारी रहेंगे। धन्यवाद।
निवेदक
रामप्रसाद डांगुर
सुभाष नगर, गली नं. 15
जयपुर
दिनांक : 20-3-20……
(5) परीक्षा काल में ध्वनि प्रदूषण रोकने के लिए जिला कलेक्टर को प्रार्थना-पत्र लिखिए।
प्रतिष्ठा में,
श्रीमान् जिला कलेक्टर,
भरतपुर (राज.).
विषय – ध्वनि-विस्तारक यंत्र से उत्पन्न ध्वनि-प्रदूषण रोकने के संबंध में। महोदय, निवेदन है कि हमारी परीक्षाएँ निकट हैं। अतः हम छात्रों को देर रात तक अध्ययन करके अपनी परीक्षा की तैयारी करनी पड़ती है। नगर के विभिन्न आयोजनों में अत्यधिक उच्च स्वर में ध्वनि-विस्तारकों का प्रयोग किया जाता है। रात्रि में इनका शोरगुल इतना अधिक बढ़ जाता है कि पढ़ाई करना किसी भी प्रकार सम्भव नहीं है। अत: आपसे निवेदन है कि हमारी परीक्षाओं तक ध्वनि-विस्तारकों के प्रयोग पर रोक लगवाने की कृपा करें। हम सब आपके अत्यंत आभारी रहेंगे।
भवदीय
सूरज सिंह
3, डीग रोड, भरतपुर (राज.)
दिनांक : 12.2.20……
अनौपचारिक पत्र:पारिवारिक पत्र व बधाई पत्र
(6) पुस्तकें खरीदने हेतु 500 रुपये मँगाने के लिए पिताजी को पत्र लिखिए।
अमरनाथ विद्या आश्रम,
भीलवाड़ा
16-8-20……
पूज्य पिताजी,
सादर चरण स्पर्श।
आशा है आप सानंद होंगे। मेरी पढ़ाई ठीक चल रही है। मुझे कुछ सहायक पुस्तकें खरीदने के लिए लगभग 500 रुपये की आवश्यकता है। अतः 500 रुपये ए.टी.एम. में शीघ्र जमा कराने की कृपा करें ताकि मैं समय पर आवश्यक पुस्तकें खरीद कर अपनी पढ़ाई और भी अच्छी तरह कर सकें। माताजी को चरणस्पर्श। ईप्सा को मधुर प्यार।।
आपका आज्ञाकारी पुत्र
विशाल
(7) माँ का पत्र पुत्री के लिए।
26, आदर्श कॉलोनी
बीकानेर
27 फरवरी, 20…..
प्रिय बेटी ईप्सा!
शुभाशीष!
हम लोग यहाँ सकुशल हैं और तुम्हारी कुशलता के लिए ईश्वर से प्रार्थना करते हैं। बहुत दिन हो गए तुम्हारा पत्र नहीं मिला, इसलिए मन चिंतित होने लगा है। आशा है वहाँ तुम्हें अच्छा लगने लगा होगा। अपनी पढ़ाई ध्यानपूर्वक करना। छात्रावास में अच्छी तथा बुरी दोनों प्रकार की आदतों वाली लड़कियाँ होती हैं। तुम अच्छी लड़कियों की संगत करना। समय अत्यंत मूल्यवान होता है इसलिए अपने समय का सदुपयोग करना। अगले सप्ताह तुम्हारे पिताजी तुम्हारे पास आने का कार्यक्रम बना रहे हैं। तुम्हारे पिताजी शुभाशीष कह रहे हैं। तुम्हारे पत्र की प्रतीक्षा रहेगी।
तुम्हारी माँ
सत्यवती
(8) दीपावली अवकाश के संबंध में पुत्र का माताजी को पत्र।
61, आर.सी.ए. कॉलोनी
सूरतगढ़
28-8-20……
पूज्य माताजी!
सादर चरणस्पर्श।
मैं यहाँ सकुशल हूँ और आप सबकी कुशलता के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ। आपका पत्र मिला। पढ़कर समाचार ज्ञात हुए। मेरा अध्ययन सुचारु रूप से चल रहा है। आपने दीपावली के अवकाश में आने के लिए लिखा है। दीपावली के अवकाश में मैं तो आऊँगा ही, साथ ही मेरा मित्र राजेश भी आएगा। राजेश आपके एवं पिताजी के दर्शनों का इच्छुक है। हम सब मिलकर दीपावली मनाएँगे। रीना को प्यार, पिताजी को चरणस्पर्श। शेष शुभ।
आपका पुत्र
मृदुल
(9) छोटी बहिन को रक्षाबंधन के अवसर पर भाई का पत्र
51, शिवाजी छात्रावास
बीकानेर
10 अगस्त, 20….
प्रिय बहिन सुनीता!
शुभाशीष।
मैं सकुशल हैं तथा तुम्हारी कुशलता की कामना करता हैं। आज ही तुम्हारा पत्र मिला तथा राखी भी। रक्षाबंधन पर यदि तुम अपने हाथों से राखी बाँधतीं तो मुझे कितनी खुशी होती। माताजी व पिताजी का ध्यान रखना तथा अध्ययन करती रहना। माताजी एवं पिताजी को मेरा प्रणाम कहना। पत्र का उत्तर शीघ्र देना।
शेष फिर।
तुम्हारा भाई
सूर्य मोहन
(10) परीक्षा में प्रथम स्थान आने पर सहेली को बधाई पत्र।
314, मानसरोवर
जयपुर
दिनांक- 5-4-20….
प्रिय सहेली ममता,
सप्रेम नमस्कार।
कल पिताजी का घर से पत्र आया तो मालूम हुआ कि तुम कक्षा 7 में सर्वाधिक अंक लेकर उत्तीर्ण हुई हो। पिताजी ने लिखा है कि विद्यालय में प्रथम स्थान पर आने के कारण तुम्हारा नाम फोटो सहित स्थानीय समाचार-पत्र में छपा है। अत: मेरी ओर से बहुत-बहुत हार्दिक बधाई स्वीकार करना। अपनी कुशलता को पत्र लिखना। शेष शुभ।
तुम्हारी सहेली
रेणुका
(11) बड़े भाई को छोटे भाई को बधाई पत्र।
36, कृष्णानगर,
भरतपुर
20 फरवरी, 20…….
पूजनीय भाई साहब!
सादर प्रणाम।
हम सब यहाँ सकुशल हैं। आपकी कुशलता के लिए ईश्वर से प्रार्थना करते हैं। आपका पत्र मिला। यह पढ़कर अत्यंत प्रसन्नता हुई कि आपकी प्रोन्नति हो गई है। अतः मेरी ओर से बहुत-बहुत बधाई। माताजी ने
आपकी प्रोन्नति का समाचार सुनकर पूरे मोहल्ले में मिठाई बँटवायी। पिताजी भी यह समाचार सुनकर बहुत प्रसन्न हुए। मेरा अध्ययन ठीक चल रहा है। माताजी तथा पिताजी आपको आशीर्वाद कह रहे हैं। पत्र के उत्तर की हम सबको प्रतीक्षा रहेगी।
आपका प्रिय अनुज
राजेश कुमार